किताब नज्म उस साक़िब से इक़तेबासात (17)
आइये ज़माने के इमाम के मुताल्लिक़ जानें
किताब: नज्म उस साक़िब
मुसन्निफ़: मोहद्दिस ए नूरी (अ.र.)
बाब-4 (चौथा हिस्सा)
अहले सुन्नत उलेमा जिनका नज़रिया शिया इसना अशरी अक़ीदे से मिलता है
इमाम महदी (अ.त.फ़.श.) की शख़्सियत के मुताल्लिक़ इसना अशरी शियों के अक़ीदे का ज़िक्र करने के बाद जनाबे मोहद्दिस ए नूरी (अ.र.) 20 मशहूर अहले सुन्नत उलेमा का नज़रिया पेश करते हैं जो शिया इसना अशरी अक़ीदे की तसदीक़ करते हैं
हम उन में से कुछ का मुख़्तसर तज़किरा पेेेश करेंगे
1. अबू अब्दुल्लाह मोहम्मद बिन यूसुफ़ गाँजी शाफ़ेई- इन्होंने 22 अबवाब पर मुश्तमिल महदवीयत के अक़ीदे के मुताल्लिक़ एक अलग से किताब लिखी है, और मो’तबर किताबों से सहीह रिवायात नक़्ल की हैं, इस तरह इन्होंने इमामियों के अक़ीदे को साबित किया है, और अपने ही मज़हब वालों के ऐतराज़ात की तरदीद की है.
2. शेख़ नूरुद्दीन अली इब्न मोहम्मद बिन सब्बाग़ मालिकी मक्की- इन्होंने अपनी किताब फ़ुसूल अल-मुहिम्मह फी मारेफ़ते अहवाल अल-आइम्मह में आप आली मक़ाम (अ.त.फ़.श.) की जामे’ तफ़सील पेश की है, और इमामियह अक़ीदे के मुताबिक़ हज़रत हुज्जत इब्न अल-हसन असकरी (अ.स.) की इमामत और महदवीयत को साबित किया है और इसके ख़िलाफ़ अहले सुन्नत के बेबुनियाद ऐतराज़ात की तरदीद की है, हालांकि वह ख़ुद एक मशहूर सुन्नी आलिम हैं.
3. मोहियुद्दीन बिन मोहम्मद बिन अली बिन मोहम्मद अरबी- यह अहले सुन्नत के दरमियान आला शोहरत याफ़्ता आलिम हैं. यह शियों की तरदीद के लिए भी बहुत ज़्यादा मशहूर हैं, फिर भी इनकी तहरीरों में हज़रत महदी (अ.त.फ़.श.) के मुताल्लिक़ तफ़सीली तज़किरा मिलता है, हत्ता कि यह इमाम महदी (अ.त.फ़.श.) के अस्ल ओ नसब का ज़िक्र करते हैं जो रसूलुल्लाह (स.अ.व.आ.) से जा कर मिलता है, जो शियों के अक़ीदे के मुताबिक़ है.
4. शेख़ हसन इराक़ी- यह एक ऐसे अहले सुन्नत आलिम हैं जिनको ज़माना ए ग़ैबत में हज़रत महदी (अ.त.फ़.श.) से मुलाक़ात का शरफ़ भी हासिल हो चूका है.
रहीम ओ करीम हज़रत महदी (अ.त.फ़.श.) ने अपनी बा-बरकत मुलाक़ात का शरफ़ शेख़ हसन इराक़ी को दिया। हम गुनहगार भी उसी रहम ओ करम के ज़रिये उन से उसी लुत्फ़ ओ इनायत हासिल करने के उम्मीदवार हैं