किताब नज्म उस साक़िब से इक़तेबासात (21)
आइये ज़माने के इमाम के मुताल्लिक़ जानें
किताब: नज्म उस साक़िब
मुसन्निफ़: मोहद्दिस ए नूरी (अ.र.)
बाब: 5 (तीसरा हिस्सा)
हजरत हुज्जत इब्निल हसन अस्करी (अ.स.) ही महदी ए मौऊद हैं।
इस बाब में जनाब मोहद्दिस ए नूरी (र.अ.) 71 रिवायात अहले सुन्नत हवालों से और 40 शिया हवालों से पेश करते हैं जो यह साबित करती है कि हजरत हुज्जत इब्निल हसन अस्करी (अ.स.) ही महदी ए मौऊद हैं।
इस से पहले हम अहले सुन्नत हवालों से दो सबूत पेश कर चुके हैं। आज हम शिया हवालों से एक सबूत पेश कर रहे हैं
रसूलुल्लाह (स.अ.व.आ.) ने अमीरूल मोमेनीन (अ.स.) इरशाद फरमाया:
ऐ अली, बहुत जल्द क़ुरैश वह ज़ाहिर करेंगे जो उन्होंने छुपा रखा था। वह आप पर ज़ुल्म करने और आपको मग़लूब करने के लिए मुत्तहिद हो जायेंगे। इस लिए अगर आपको अंसार मिल जाएं तो आप उनसे मुबारेज़ा कीजियेगा और अगर आपको मददगार ना मिलें तो आप अपने बाजुओं को रोक लीजिएगा और अपनी जान की हिफाज़त कीजियेगा। क्योंकि यक़ीनन शहीद होना आपका मुक़र्द्दर हो चुका है। और जान लीजिए कि मेरा फ़रज़ंद उनसे इंतेक़ाम लेगा।
जनाब सलमान फ़ारसी ने अर्ज़ किया :
या रसूलुल्लाह (स.) यह अम्र कौन अंजाम देगा ?
आप (स.अ.व.आ.) ने जवाब दिया:
मेरे फ़रज़ंद हुसैन (अ.स.) की ज़ुर्रियत से नवां, वह एक तूलानी ग़ैबत के बाद ज़ुहूर करेगा। फिर वह हुक्म ए इलाही का ऐलान करेगा और अल्लाह के दीन को ज़ाहिर करेगा और उसके दुश्मनों से इंतेक़ाम लेगा और ज़मीन को अदल ओ इंसाफ़ से भर देगा, जिस तरह वह ज़ुल्म ओ जौर से भरी होगी
जनाब सलमान ने मज़ीद दरियाफ़्त किया,
या रसूलुल्लाह (स.अ.व.आ.) उसका ज़ुहूर कब होगा ?
आप (स.अ.व.आ.) ने जवाब दिया:
इस की ख़बर अल्लाह सुब्हानहू व तआला के सिवा किसी को नहीं है।
फिर आप (स.अ.व.आ.) ने चंद अलामात ए ज़ुहूर का भी तज़किरा किया
खुदावंद ए मुतआल हमारा शुमार उन ख़ुश क़िस्मत मोमिनीन और हज़रत महदी (अ.त.फ़.श.) से मोहब्बत करने वालों में फरमाए।